रविवार, 12 जनवरी 2025

मटन करी रेसिपी (Canvas Canvas Mutton Curry)

 

मटन करी रेसिपी (Canvas Canvas Mutton Curry)

मटन करी रेसिपी (Canvas Canvas Mutton Curry)

मटन करी रेसिपी (Canvas Canvas Mutton Curry)

सामग्री:

  • मटन (करी कटे हुए) – 500 ग्राम
  • प्याज – 2 बड़े (बारीक कटे हुए)
  • टमाटर – 2 (बारीक कटे हुए)
  • अदरक-लहसुन का पेस्ट – 1 चम्मच
  • हरी मिर्च – 2 (फटी हुई)
  • धनिया पाउडर – 1 चम्मच
  • जीरा पाउडर – 1 चम्मच
  • हल्दी पाउडर – 1/2 चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर – 1 चम्मच
  • गरम मसाला – 1 चम्मच
  • दही – 2 चम्मच
  • तेल – 2-3 चम्मच
  • हरा धनिया – सजाने के लिए
  • पानी – जरूरत अनुसार
  • नमक – स्वाद अनुसार


विधि:

  1. मटन को धोकर तैयार करें: सबसे पहले मटन को अच्छे से धो लें ताकि उसमें कोई भी गंदगी न रहे। धोने के बाद मटन को एक छलने में रखकर उसका अतिरिक्त पानी निकलने दें।

  2. प्याज और मसाले भूनें: एक कढ़ाई में 2-3 चम्मच तेल डालकर उसे अच्छे से गर्म करें। जब तेल गरम हो जाए, तो उसमें 1 चम्मच जीरा डालें। जीरे के चटकने के बाद, इसमें बारीक कटे हुए प्याज डालें और उसे सुनहरा होने तक भूनें। प्याज को हल्का ब्राउन होने तक भूनना जरूरी है, क्योंकि यह करी के स्वाद को गहरा बनाता है।

  3. अदरक-लहसुन और हरी मिर्च डालें: जब प्याज अच्छे से भुन जाए, तो उसमें अदरक-लहसुन का पेस्ट और हरी मिर्च डालें। इन दोनों को एक साथ अच्छे से भूनें। इसे एक मिनट तक पकने दें ताकि मसाले का कच्चा स्वाद निकल जाए।

  4. टमाटर और मसाले डालें: अब बारी है टमाटर डालने की। बारीक कटे हुए टमाटर डालकर उसे अच्छे से भूनें, ताकि टमाटर नरम हो जाएं और मसाले में अच्छे से मिल जाएं। जब टमाटर पूरी तरह से पिघल जाएं, तो उसमें हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर और लाल मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से मिला लें। मसालों को 2-3 मिनट तक भूनने से उनका स्वाद उभरकर आता है।

  5. मटन डालकर भूनें: अब बारी है मटन डालने की। कटे हुए मटन के टुकड़ों को कढ़ाई में डालें और उसे मसालों में अच्छे से मिला लें। मटन को 5-7 मिनट तक भूनने दें, ताकि उसका रंग बदल जाए और वह मसालों में पूरी तरह से समा जाए।

  6. दही और पानी डालें: अब दही डालकर उसे अच्छे से मिला लें। दही करी को थोड़ी मलाईदार बनाती है और उसके स्वाद को निखार देती है। फिर, कढ़ाई में थोड़ा पानी डालें, ताकि मटन आसानी से पक सके और करी तैयार हो जाए। आप पानी की मात्रा अपने पसंद के हिसाब से बढ़ा या घटा सकते हैं। अब इसे ढककर उबालने के लिए छोड़ दें।

  7. मटन पकाने का समय: मटन को उबालने के लिए 30-40 मिनट का समय लग सकता है, जब तक मटन नरम न हो जाए। यदि आप प्रेशर कुकर का उपयोग कर रहे हैं, तो 2-3 सिटी तक पकाएं। मटन का स्वाद और नरम होने के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण है।

  8. गरम मसाला डालें: जब मटन अच्छे से पक जाए और करी का स्वाद संतुलित हो जाए, तो इसमें 1 चम्मच गरम मसाला डालकर अच्छे से मिला लें। इससे करी में एक और गहरी खुशबू और स्वाद आएगा। इसे 5 मिनट तक पकने दें ताकि गरम मसाला अच्छे से मिल जाए।

  9. सजावट और परोसना: अब करी को एक प्याले में निकालें और हरे धनिए से सजाएं। हरा धनिया करी के स्वाद को ताजगी और रंगत देता है। मटन करी अब परोसने के लिए तैयार है।



FAQ (Frequently Asked Questions)

  1. क्या मटन करी में दही डालना जरूरी है? हां, दही मटन करी में डालने से उसका स्वाद और बनावट बेहतर होती है। यह करी को मलाईदार और हल्का खट्टा बनाता है, जो करी के मसालों के साथ अच्छे से मेल खाता है।

  2. मटन करी को पकाने में कितना समय लगता है? मटन को नरम और स्वादिष्ट बनाने में कढ़ाई में 30-40 मिनट या प्रेशर कुकर में 2-3 सिटी का समय लगता है। मटन के प्रकार और उसके टुकड़ों के आकार के अनुसार समय थोड़ा बढ़ सकता है।

  3. अगर मटन करी में ज्यादा पानी हो जाए तो क्या करें? यदि करी में ज्यादा पानी हो जाए, तो आप उसे खुली कढ़ाई में उबालने के लिए छोड़ सकते हैं ताकि पानी उ evaporate हो जाए और करी गाढ़ी हो जाए।

  4. क्या मटन करी में मसाले बदल सकते हैं? हां, आप अपनी पसंद के अनुसार मसालों को कम या ज्यादा कर सकते हैं। आप चाहें तो इसमें किचन किंग मसाला, अमचूर पाउडर या अन्य मसालों का भी उपयोग कर सकते हैं।

  5. क्या मटन करी सर्दियों में ज्यादा खाई जाती है? हां, सर्दियों में मटन करी बहुत स्वादिष्ट होती है, क्योंकि यह गर्म मसालों से बनी होती है जो शरीर को अंदर से गर्म रखते हैं। यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है।


निष्कर्ष:

मटन करी एक बेहद स्वादिष्ट और लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है, जो खासकर सर्दी के मौसम में बहुत पसंद किया जाता है। यह मसालों से भरपूर और ताजगी से भरी होती है। मटन करी को परोसने के लिए रोटियां, नान या चावल बेहतरीन विकल्प होते हैं। इस रेसिपी को घर में बना कर आप अपने परिवार और दोस्तों को एक स्वादिष्ट और सेहतमंद भोजन का आनंद दे सकते हैं।

गुरुवार, 9 जनवरी 2025

लहसुन का अचार

 

लहसुन का अचार

भारतीय व्यंजनों की समृद्ध परंपरा में अचार न केवल भोजन का पूरक है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक प्रतीक और पाक कला का उत्कृष्ट नमूना भी है। लहसुन का अचार अपनी तीव्र सुगंध, विशिष्ट स्वाद और पोषण संबंधी गुणों के कारण अन्य अचारों से अलग और विशिष्ट स्थान रखता है। यह न केवल व्यंजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके चिकित्सीय गुण इसे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी बनाते हैं।

लहसुन का अचार हर भारतीय रसोई में पाया जाने वाला एक अद्वितीय तत्व है, जो न केवल स्वाद में बल्कि स्वास्थ्य लाभों में भी उत्कृष्ट है। इस लेख में हम इसकी निर्माण प्रक्रिया, पोषण मूल्य, स्वास्थ्य लाभ, और इसके सांस्कृतिक महत्व की विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे, ताकि आप इसे न केवल एक व्यंजन के रूप में बल्कि एक संपूर्ण अनुभव के रूप में समझ सकें।




सामग्री: आवश्यक तत्व और उनका महत्व

  1. लहसुन की कलियां (250 ग्राम): छिली और सूखी लहसुन की कलियां इस अचार का मुख्य घटक हैं। लहसुन अपने एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट बनाते हैं।

  2. सरसों का तेल (1 कप): सरसों का तेल अचार में एक गहरा और विशिष्ट स्वाद जोड़ता है। इसके साथ ही, यह ऑक्सीडेशन को धीमा कर अचार को लंबे समय तक संरक्षित रखने में मदद करता है।

  3. लाल मिर्च पाउडर (2 टेबलस्पून): यह अचार में तीखापन और रंग लाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

  4. हल्दी पाउडर (1 टेबलस्पून): हल्दी न केवल रंग बढ़ाती है, बल्कि अपने एंटीसेप्टिक गुणों के कारण स्वास्थ्य लाभ भी देती है।

  5. मेथी दाना और सरसों दाना (1-1 टेबलस्पून): ये मसाले स्वाद को गहराई प्रदान करते हैं और पाचन को सुगम बनाते हैं।

  6. हींग (½ टीस्पून): हींग अचार की सुगंध को समृद्ध करता है और पाचन क्रिया को सुदृढ़ करता है।

  7. सिरका (2 टेबलस्पून): सिरका अचार को संरक्षित रखने के लिए आवश्यक है और इसमें तीखा स्वाद जोड़ता है।

  8. नमक और चीनी: नमक स्वाद को संतुलित करता है, जबकि चीनी तीखेपन को नियंत्रित करती है और मिठास का हल्का स्पर्श जोड़ती है।


निर्माण प्रक्रिया: एक वैज्ञानिक और पारंपरिक दृष्टिकोण

  1. लहसुन की तैयारी: लहसुन की कलियों को स्वच्छ जल से धोकर सूखे कपड़े पर पूरी तरह सुखा लें। यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है कि लहसुन में नमी न हो, क्योंकि नमी अचार को खराब कर सकती है। इस प्रक्रिया को धैर्यपूर्वक करना अचार की गुणवत्ता को सुनिश्चित करता है।

  2. मसालों का भूनना और पीसना: मेथी और सरसों दाने को धीमी आंच पर भूनकर पीस लें। यह प्रक्रिया उनके प्राकृतिक तेल को सक्रिय करती है और अचार को गहराईपूर्ण स्वाद देती है। भुने मसालों की सुगंध न केवल स्वाद को बेहतर बनाती है, बल्कि इसमें एक अनोखा ताजगीपूर्ण अनुभव जोड़ती है।

  3. सरसों के तेल का उपचार: तेल को धुआं निकलने तक गरम करें और फिर ठंडा होने दें। इसमें हींग डालें। यह प्रक्रिया तेल की कच्ची गंध को समाप्त करती है और अचार में सुगंध और पाचन गुण जोड़ती है।

  4. मसालों और तेल का संयोजन: गरम तेल में हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और पिसे हुए मसाले डालकर हल्की आंच पर भूनें। यह मसालों के कच्चेपन को समाप्त करता है और उन्हें स्वादिष्ट और सुगंधित बनाता है।

  5. लहसुन का मिश्रण: भुने हुए मसालों में लहसुन की कलियां डालें और इसे समान रूप से कोट करें। मसालों का समृद्ध स्वाद लहसुन में समा जाता है, जिससे अचार एक परिपूर्ण स्वाद में बदल जाता है।

  6. सिरका और चीनी का संतुलन: मिश्रण में सिरका और चीनी डालें। सिरका अचार को संरक्षित रखने में मदद करता है और इसे एक तीखा स्वाद प्रदान करता है, जबकि चीनी इसके तीखेपन को संतुलित करती है।

  7. परिपक्वता प्रक्रिया: अचार को पूरी तरह ठंडा करें और स्वच्छ कांच के जार में भरें। इसे 4-5 दिनों तक धूप में रखें। यह प्रक्रिया मसालों को परिपक्व करती है और अचार को गहन स्वाद प्रदान करती है। धूप में रखने से मसालों का संतुलन और लहसुन का नरम होना सुनिश्चित होता है।


पोषण और स्वास्थ्य लाभ

  1. पाचन क्रिया में सुधार: लहसुन और हींग का संयोजन पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है और गैस्ट्रिक समस्याओं को कम करता है।

  2. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: लहसुन में ऐलिसिन (Allicin) की उपस्थिति शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करती है। यह संक्रमण से लड़ने और रोगों को रोकने में सहायक है।

  3. हृदय स्वास्थ्य: लहसुन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है और रक्तचाप को संतुलित करता है। यह दिल की बीमारियों को कम करने में सहायक है।

  4. वजन प्रबंधन: लहसुन मेटाबॉलिज्म को उत्तेजित करता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है। साथ ही, इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है।

  5. एंटीऑक्सीडेंट गुण: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और कोशिकाओं को स्वस्थ रखते हैं।


सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

लहसुन का अचार भारतीय पाक कला की समृद्ध परंपरा का एक प्रतीक है। इसका उल्लेख आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी मिलता है, जहां इसे स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। क्षेत्रीय विविधताओं के कारण इसका स्वाद राजस्थान में तीखा और गुजरात में हल्का मीठा हो सकता है। यह न केवल भोजन का पूरक है, बल्कि एक सांस्कृतिक पहचान भी है।

भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लहसुन का अचार बनाने की प्रक्रिया में भिन्नता होती है, जो इसे और भी खास बनाती है। यह एक परंपरा है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ती है और भारतीय घरों में स्वाद और संस्कृति दोनों को संरक्षित रखती है।


निष्कर्ष

लहसुन का अचार भारतीय व्यंजनों का एक अभिन्न हिस्सा है। इसकी निर्माण प्रक्रिया वैज्ञानिक और पोषणपूर्ण है, और यह एक सांस्कृतिक अनुभव भी प्रदान करती है। यह न केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि इसके नियमित सेवन से स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसे अपने भोजन में शामिल करें और इसके गहन स्वाद और स्वास्थ्य लाभों का आनंद लें।

यह अचार केवल एक व्यंजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न प्रतीक है। इसे अपने जीवन में शामिल करें और इसके विविध पहलुओं का अनुभव करें।


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. क्या लहसुन का अचार लंबे समय तक सुरक्षित रहता है? हाँ, यदि इसे सही तरीके से बनाया और संग्रहित किया जाए, तो यह कई महीनों तक सुरक्षित रह सकता है। सुनिश्चित करें कि जार साफ और सूखा हो, और इसे ठंडी और सूखी जगह पर रखें।

2. क्या लहसुन का अचार स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है? जी हाँ, लहसुन का अचार पाचन में सुधार, इम्यूनिटी को बढ़ावा देने और हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद ऐलिसिन और एंटीऑक्सीडेंट गुण इसे स्वास्थ्यवर्धक बनाते हैं।

3. क्या अचार बनाने के लिए लहसुन को उबालना आवश्यक है? नहीं, लहसुन को उबालने की आवश्यकता नहीं है। इसे स्वच्छ करके सूखा लेना पर्याप्त है। इससे इसकी प्राकृतिक बनावट और पोषण तत्व संरक्षित रहते हैं।

4. क्या चीनी को छोड़ना संभव है? हाँ, यदि आप चाहें तो चीनी को हटा सकते हैं। हालांकि, चीनी तीखेपन को संतुलित करने में मदद करती है। आप इसे अपने स्वाद के अनुसार समायोजित कर सकते हैं।

5. क्या यह अचार सभी प्रकार के भोजन के साथ खाया जा सकता है? जी हाँ, यह अचार पराठा, चावल, रोटी, या दाल-चावल के साथ अद्भुत स्वाद प्रदान करता है। यह भारतीय थाली का एक बहुमूल्य हिस्सा है।

सोमवार, 6 जनवरी 2025

निम्बू का अचार/Nimbu ka Achar in Hindi

 निम्बू का अचार

 निम्बू का अचार

 

 निम्बू का अचार: स्वाद, सेहत और परंपरा का अनोखा मेल

भारत में अचार सिर्फ खाने का हिस्सा नहीं, बल्कि हमारी परंपरा, संस्कृति और रसोई की आत्मा है। चाहे दाल-चावल हो या परांठे, अचार हर भारतीय थाली को एक नया आयाम देता है। और जब बात अचारों की हो, तो निम्बू का अचार अपने खट्टे-मीठे स्वाद और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण हर घर की पसंद बना रहता है।

निम्बू का अचार: इतिहास और महत्व

निम्बू का अचार भारतीय रसोई में सदियों से अपनी जगह बनाए हुए है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसे पाचन को सुधारने, भूख बढ़ाने और शरीर को विटामिन सी देने के लिए भी जाना जाता है। पुराने समय में जब फ्रिज की सुविधा नहीं थी, तब अचार बनाना भोजन को लंबे समय तक संरक्षित रखने का एक तरीका था।

घर पर निम्बू का अचार बनाने की विधि

निम्बू का अचार बनाने के लिए खासतौर पर ताजे, रसदार और पतले छिलके वाले निम्बू चुने जाते हैं। निम्बू का अचार बनाना जितना आसान है, उतना ही यह ध्यान और धैर्य भी मांगता है।

सामग्री:

  • ताजे निम्बू: 1 किलो
  • नमक: 200 ग्राम
  • हल्दी पाउडर: 2 चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर: 2-3 चम्मच
  • मेथी दाना: 1 चम्मच (भूनकर दरदरा पीसा हुआ)
  • सौंफ: 2 चम्मच
  • सरसों के दाने: 2 चम्मच
  • सरसों का तेल: 200 मिलीलीटर
  • गुड़ या चीनी (वैकल्पिक): स्वादानुसार

विधि:

  1. निम्बू की तैयारी:
    निम्बू को अच्छे से धोकर सुखा लें। ध्यान दें कि निम्बू पर पानी या नमी न हो, क्योंकि इससे अचार जल्दी खराब हो सकता है।

  2. नमक और मसाले मिलाना:
    निम्बू को चार टुकड़ों में काटें और उसमें नमक मिलाकर एक कांच के जार में भरें। इसे 7-10 दिनों के लिए धूप में रखें ताकि निम्बू का छिलका नरम हो जाए।

  3. मसाले भूनना:
    एक पैन में मेथी दाना, सौंफ और सरसों के दाने को हल्का भून लें। इसे ठंडा करके दरदरा पीस लें।

  4. अचार बनाना:
    नरम हुए निम्बू में हल्दी, लाल मिर्च पाउडर और भुने हुए मसाले मिलाएं। अगर खट्टा-मीठा स्वाद पसंद है, तो गुड़ या चीनी डालें।

  5. तेल डालना:
    सरसों के तेल को अच्छी तरह गरम करके ठंडा करें और अचार में डालें। तेल अचार को लंबे समय तक खराब होने से बचाता है।

  6. अचार तैयार करना:
    मसालेदार निम्बू को जार में भरें और इसे 1-2 हफ्तों के लिए धूप में रखें। रोजाना जार को हिलाना न भूलें ताकि मसाले और तेल अच्छे से मिल जाएं।

निम्बू के अचार के स्वास्थ्यवर्धक गुण

  1. पाचन सुधारता है: निम्बू में विटामिन सी और प्राकृतिक एसिड होते हैं, जो पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।
  2. इम्यूनिटी बढ़ाता है: विटामिन सी से भरपूर निम्बू का अचार शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  3. भूख बढ़ाता है: इसका खट्टा और तीखा स्वाद भूख को बढ़ाने का काम करता है।
  4. वजन नियंत्रण में मददगार: इसमें कम कैलोरी होती है और यह पाचन को सक्रिय करता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

पारंपरिक स्वाद का आधुनिक दौर में महत्व

आज के तेज रफ्तार जीवन में, जहां जंक फूड का चलन बढ़ गया है, अचार जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थ हमारे खाने में स्वाद और सेहत का संतुलन बनाए रखते हैं। निम्बू का अचार न केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि यह हमारी जड़ों से जुड़े रहने का एक स्वादिष्ट तरीका भी है।

तो अगली बार जब आप अपनी थाली में खट्टा-मीठा स्वाद जोड़ना चाहें, तो घर का बना निम्बू का अचार जरूर ट्राई करें। यह आपके खाने को स्वादिष्ट बनाएगा और आपकी सेहत को भी दुरुस्त रखेगा।

क्या आपके घर में कोई खास निम्बू का अचार बनाने की रेसिपी है? कमेंट में जरूर साझा करें!


अधिक जानें........

1) मिर्च का अचार I

2) आम का अचार I

3)  घर पर बनने वाली आसान और स्वादिष्ट रेसिपी I

शनिवार, 4 जनवरी 2025

अलग-अलग तरह के स्वादिष्ट अचार

किस-किस चीज़ का अचार होता है? 


 जानें अलग-अलग तरह के स्वादिष्ट अचारों के बारे में!

भारतीय खाने में अचार का विशेष स्थान है। चाहे दाल-चावल हो, पराठा हो, या पूरी, अचार खाने का स्वाद कई गुना बढ़ा देता है। भारत में अलग-अलग राज्यों में विभिन्न प्रकार के अचार बनाए जाते हैं। ये न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि लंबे समय तक सुरक्षित भी रहते हैं। आइए जानें, किन-किन चीज़ों का अचार बनाया जा सकता है।


1. मिर्च का अचार

मिर्च का आचार 

मिर्च का अचार हर घर में लोकप्रिय है। तीखा और चटपटा यह अचार कई प्रकार की मिर्चों से बनता है, जैसे:-

  • हरी मिर्च
  • लाल मिर्च
    यह सरसों के तेल, मसालों और नींबू के रस से तैयार किया जाता है।

2. आम का अचार

आम का आचार 


गर्मियों का मौसम आते ही आम का अचार हर घर में बनने लगता है। इसे कच्चे आम, मसाले और सरसों के तेल से बनाया जाता है। आम के अचार की कुछ लोकप्रिय किस्में हैं:

  • खट्टा-मीठा आम का अचार
  • तीखा आम का अचार
  • गुजराती स्टाइल आम का अचार

3. नींबू का अचार

नींबू का अचार पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे खट्टा-मीठा या मसालेदार बनाया जा सकता है। लंबे समय तक खराब न होने वाला यह अचार सबसे सरल और लोकप्रिय है।


4. लहसुन का अचार

लहसुन के अचार का तीखा और मसालेदार स्वाद खासतौर पर सर्दियों में बहुत पसंद किया जाता है। इसे सरसों, मेथी, और मसालों से तैयार किया जाता है।


5. गोभी-गाजर का अचार

गभी का आचार 


सर्दियों में गोभी, गाजर, और शलजम का अचार खूब बनाया जाता है। यह हल्का खट्टा-मीठा और मसालेदार होता है। इसे खासतौर पर पंजाबी खाने में पसंद किया जाता है।


6. आंवले का अचार


आंवला एक सेहतमंद फल है और इसका अचार खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है। यह पाचन तंत्र के लिए अच्छा है और शरीर को विटामिन सी प्रदान करता है।


7. कटहल का अचार

कटहल का अचार थोड़े भारी मसालों के साथ बनाया जाता है। यह उत्तर भारत और खासकर बिहार में बहुत लोकप्रिय है।


8. करोंदे का अचार

करोंदा छोटा-सा खट्टा फल है जिसका अचार बेहद चटपटा और स्वादिष्ट होता है। इसे रोटी या पराठे के साथ खाया जाता है।


9. अदरक का अचार

अदरक का अचार स्वाद और सेहत का बेहतरीन मेल है। इसे नींबू के रस और हल्के मसालों के साथ बनाया जाता है।


10. मिक्स वेजिटेबल अचार

यह अचार विभिन्न सब्जियों जैसे गोभी, गाजर, शलजम, मटर और हरी बीन्स को मिलाकर बनाया जाता है। यह खासतौर पर शादियों और त्योहारों में परोसा जाता है।


11. करेले का अचार

करेले का नाम सुनते ही बच्चे मुंह बना लेते हैं, लेकिन करेले का अचार खाने में इतना स्वादिष्ट होता है कि इसे सब पसंद करते हैं।


12. फल का अचार

कई तरह के फलों जैसे जामुन, बेल, या बेर से अचार बनाया जाता है। यह खाने में अनोखा और लाजवाब होता है।


13. मछली और मांस का अचार

यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन भारत के कुछ राज्यों, खासकर पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में, मछली और मांस का अचार बनाया जाता है। इसे मसालेदार और लंबे समय तक स्टोर करने लायक बनाया जाता है।


14. हरी सब्जियों का अचार

हरी मिर्च, मूली, और शलगम जैसी सब्जियों का अचार भी बड़े चाव से खाया जाता है। यह ताजा और तीखा होता है।


अचार का महत्व और खासियत

  • अचार खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ पाचन में भी मदद करता है।
  • इसमें उपयोग किए जाने वाले मसाले एंटीऑक्सीडेंट और औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
  • हर मौसम और क्षेत्र के हिसाब से अचार की कई किस्में बनाई जाती हैं।

निष्कर्ष:

अचार भारतीय खाने का अभिन्न हिस्सा है। मिर्च, आम, नींबू, लहसुन से लेकर कटहल और फलों तक, अचार हर किसी की पसंद के अनुसार बनाया जा सकता है। तो, अगली बार जब आप घर पर अचार बनाने का सोचें, तो इनमें से किसी भी चीज़ का चुनाव करें और स्वाद का आनंद लें!

क्या आप अचार बनाने की कोई खास रेसिपी जानते हैं? हमें जरूर बताएं! 😊

मिर्च का अचार

मिर्च का अचार




 यहाँ पर "मिर्च का अचार" बनाने की विधि पर एक ब्लॉग दिया गया है जो आपको घर पर स्वादिष्ट और झटपट अचार बनाने में मदद करेगा:


मिर्च का अचार: स्वाद और सेहत का तड़का

भारतीय खाने में अचार का अपना खास महत्व है। मिर्च का अचार न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसे बनाना भी बेहद आसान है। अगर आप तीखा और चटपटा पसंद करते हैं, तो यह अचार आपके लिए परफेक्ट है। आइए जानते हैं इसे बनाने की सरल विधि।


सामग्री:

  1. हरी मिर्च - 250 ग्राम (लंबी और मोटी मिर्च लें)
  2. सरसों का तेल - 100 मिली
  3. सरसों के दाने - 2 टेबलस्पून
  4. हल्दी पाउडर - 1 टीस्पून
  5. लाल मिर्च पाउडर - 1 टीस्पून (स्वाद अनुसार)
  6. सौंफ पाउडर - 2 टेबलस्पून
  7. मेथी दाने - 1 टेबलस्पून
  8. अजवाइन - 1 टीस्पून
  9. हींग - 1 चुटकी
  10. नमक - स्वादानुसार
  11. नींबू का रस - 3 टेबलस्पून

बनाने की विधि:

1. मिर्च की तैयारी:

  • हरी मिर्च को अच्छे से धो लें और कपड़े से पोंछकर सुखा लें।
  • मिर्च के डंठल निकाल दें और बीच में हल्की कट लगाएं ताकि मसाला भरने में आसानी हो।

2. मसाला तैयार करें:

  • एक बर्तन में सरसों के दाने, सौंफ पाउडर, मेथी दाने, अजवाइन और हल्दी पाउडर मिलाएं।
  • इसमें नमक, लाल मिर्च पाउडर और नींबू का रस डालें। इसे अच्छे से मिक्स करें।

3. मिर्च में मसाला भरें:

  • तैयार मसाले को धीरे-धीरे मिर्च के अंदर भरें। सभी मिर्चों को इसी प्रकार तैयार करें।

4. तेल में पकाएं:

  • एक पैन में सरसों का तेल गर्म करें। जब तेल अच्छे से गरम हो जाए और हल्का ठंडा हो जाए, तो उसमें हींग डालें।
  • अब मिर्च को पैन में डालें और हल्की आंच पर 3-4 मिनट तक भूनें।

5. अचार को स्टोर करें:

  • भुनी हुई मिर्च को एक सूखे कांच के जार में भरें।
  • अचार को 2-3 दिनों तक धूप में रखें ताकि मसाले और मिर्च का स्वाद अच्छे से मिल जाए।

अचार खाने के फायदे:

  • मिर्च का अचार पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
  • यह भोजन में स्वाद और तीखापन जोड़ता है।
  • इसमें उपयोग की गई सौंफ और अजवाइन पेट के लिए लाभदायक होती है।

टिप्स:

  1. अचार बनाते समय हाथ और बर्तन पूरी तरह सूखे होने चाहिए।
  2. अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसे हमेशा सूखे चम्मच से निकालें।
  3. सरसों का तेल अचार को प्रिज़र्व करने में मदद करता है, इसलिए कम न करें।

अब तैयार है आपका तीखा और चटपटा मिर्च का अचार! इसे पराठे, रोटी या किसी भी खाने के साथ परोसें और स्वाद का आनंद लें।

अगर यह विधि आपको पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें। 😊


अधिक जानें........

1) आम का अचार I

2) घर पर बनने वाली आसान और स्वादिष्ट रेसिपी I

शुक्रवार, 3 जनवरी 2025

आम का अचार

 

आम का अचार


आम का अचार


आम के अचार की विस्तृत रेसिपी

आम का अचार भारतीय खाने का एक अभिन्न हिस्सा है। यह खाने का स्वाद और भी बढ़ा देता है। आम के अचार को घर पर बनाना बहुत ही आसान है। आइए जानते हैं इसे बनाने की विधि:-

आवश्यक सामग्री:

  • कच्चे आम: 1 किलो (धोकर और छोटे टुकड़ों में कटे हुए)

  • सरसों का तेल: 250 मिलीलीटर

  • नमक: 100 ग्राम (स्वादानुसार)

  • हल्दी पाउडर: 2 टेबलस्पून

  • लाल मिर्च पाउडर: 3 टेबलस्पून

  • सौंफ (भुनी और पिसी हुई): 2 टेबलस्पून

  • मेथी दाना: 2 टेबलस्पून

  • राई पाउडर: 2 टेबलस्पून

  • हींग: 1/2 टीस्पून




बनाने की विधि:

  1. आम की तैयारी: ​​- सबसे पहले कच्चे आम को धोकर अच्छे से सुखा लें। पानी की एक भी बूंद आम पर न हो। आम को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। ​​- कटे हुए आम के टुकड़ों को एक बड़े बर्तन में डालकर उसमें हल्दी पाउडर और नमक मिला लें। इसे अच्छे से मिक्स करें और 24 घंटे के लिए ढककर रख दें।

  2. मसाले तैयार करें: ​​- एक पैन में मेथी दाना और सौंफ को हल्का सा भून लें। इसे ठंडा होने के बाद दरदरा पीस लें। ​​- राई को भी दरदरा पीसकर तैयार कर लें।

  3. अचार बनाना: ​​- 24 घंटे बाद आम के टुकड़ों से अतिरिक्त पानी निकाल दें। ​​- एक बड़े बर्तन में आम के टुकड़े डालें। इसमें लाल मिर्च पाउडर, पिसी हुई सौंफ, मेथी दाना, राई पाउडर और हींग डालकर अच्छे से मिक्स करें।

  4. तेल मिलाना: ​​- सरसों के तेल को अच्छी तरह गर्म करें और फिर ठंडा होने दें। ठंडा तेल अचार में डालें और सब सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं।

  5. अचार स्टोर करें: ​​- अचार को साफ और सूखे कांच के जार में भर लें। ​​- जार को ढककर 10-12 दिनों तक धूप में रखें। रोजाना अचार को चम्मच से हिलाएं ताकि मसाले और तेल अच्छे से मिक्स हो जाएं।

ध्यान देने योग्य बातें:

  • अचार बनाते समय सभी बर्तन और चम्मच साफ और सूखे होने चाहिए।

  • अचार में पानी बिल्कुल भी न जाए, वरना अचार खराब हो सकता है।

  • अगर आपको अधिक तीखा अचार पसंद है तो मिर्च पाउडर की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

10-12 दिनों बाद आपका स्वादिष्ट आम का अचार तैयार है। इसे आप पराठे, पूरी या किसी भी खाने के साथ परोस सकते हैं।



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